PM Kusum yojana c 1 yojana 2023 :- Pradhan Mantri Kisan Urja Suraksha evam Utthan Mahabhiyan, PM KUSUM C1 पंजीयन फॉर्म PDF, पात्रता, दस्तावेज जानकारी – भारत सरकार द्वारा प्रदेश के किसानों को सौर ऊर्जा से सिंचाई में लाभ पहुंचाने के लिए PM Kusum Ghatak C 1 Yojana शुरू की गई है। इस योजना के तहत भारत सरकार किसानों को सौर ऊर्जा से सिंचाई करने के लिए प्रोत्साहित करेगी, इसके अलावा इस योजना में किसानों को अपनी कृषि लागत में कमी करने में मदद मिलेगी और उन्हें अधिक उत्पादकता प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी। PM Kusum Yojana के तहत किसानों को 20 लाख तक का सोलर पंप सिंचाई के लिए उपलब्ध कराया जाता है। इस योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस आर्टिकल को पूरा अवश्य पढ़ें।
दोस्तों इस योजना को मुख्यतः भारत के सभी किसानों के लिए शुरू किया गया है, इसमें किसान खेती के साथ-साथ सौर ऊर्जा का उत्पादन कर अपनी खेती को जारी रख सकते हैं, यानी सौर पैनल लगाकर उस बिजली को सरकार को या किसी संस्थान को बेच सकते हैं जिसके माध्यम आय में वृद्धि होगी। इसके अलावा यह सौर ऊर्जा को वह अपने खेतों में भी इस्तेमाल कर सकते हैं इस योजना को तीन भागों में बांटा गया है जिसके बारे में हम नीचे विस्तार से चर्चा करेंगे।
किसान को होगी ₹25000 से ₹65000 तक की कमाई
इस योजना में बताया जा रहा है कि कृषि भूमि मालिकों के लिए आगे आने वाले 25 वर्षों तक के लिए सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जा सकता है। इसमें यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि किसान द्वारा लीज दी गई भूमि पर CPSU द्वारा सौर ऊर्जा के यंत्रों को स्थापित किया जाएगा जो किसानों को हर साल प्रति एकड़ पर ₹25000 तक की कमाई करके दे सकती है, इसके अलावा यदि वह बैंक से लोन लेकर स्वयं इन यंत्रों को लगाते हैं तो प्रति वर्ष प्रति एकड़ की दर से ₹65000 तक की कमाई की जा सकती हैं।
PM Kusum Yojana सामान्य जानकारी
योजना का नाम | प्रधानमंत्री कुसुम योजना – PM Kusum Yojana |
योजना की शुरुआत | 19 फरवरी 2019 |
उद्देश्य | खेती में सौर ऊर्जा का उपयोग एवं आय में वृद्धि कराना |
ऑफिशल वेबसाइट | https://pmkusum.mnre.gov.in/ |
योजना का लाभ | किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पंप एवं ऊर्जा प्रदान करना |
योजना में आवेदन प्रकार | ऑनलाइन |
RBI दिलवाएगी किसानों को बैंकों से लोन
जी हां दोस्तों आरबीआई ने इस योजना के तीनों घटकों को बैंक से लोन के लिए प्राथमिकता दी है, जिसमें बैंक अपने दरों और आसान किस्तों पर लोन देगा। इसके अलावा किसानों को कई विकल्प पर भी दिए जाते हैं जिससे वह इस योजना का आसानी से लाभ उठा सकें। आइए जानते हैं वह विकल्प क्या है जिससे इस योजना को लोन की भारी किस्तों एवं दर से बचाया जा सके।
बैंकों से ऋण लेना
इस विकल्प में आप सीधे बैंक से लोन ले सकते हैं और डिस्कॉमों (डिस्ट्रीब्यूसन कंपनीज़) को बिजली की बिक्री से प्राप्त पैसों से ईएमआई का भुगतान कर सकते हैं बाकी बचने वाला पैसा किसान की कमाई होगी।
डिस्कॉम द्वारा लोन का भुगतान
इस विकल्प में डिस्कॉम स्वयं से लोन लेकर बैंक को उसके ईएमआई (मासिक किस्त) का सीधे भुगतान करता है और सौर ऊर्जा को बेचने पर हुई शेष कमाई को वह किसान के खाते में जमा करता है।
आइए दोस्तों जानते हैं इस योजना के तीन घटकों के बारे में।
PM Kusum Yojana Components – योजना के घटक
पहला घटक (C1): दोस्तों इसमें 2 मेगावाट तक की क्षमता के लघु सौर ऊर्जा सिंचाई के यंत्रों की स्थापना करके कुल 10,000 मेगावाट सौर क्षमता बढ़ाया जाता है।
इस घटक के तहत, केंद्र सरकार किसानों को अपनी बंजर भूमि पर 2 मेगावाट तक की क्षमता के लघु सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए सब्सिडी प्रदान करेगी। इन संयंत्रों से उत्पन्न बिजली को ग्रिड में बेचा जा सकता है या किसानों द्वारा अपनी स्वयं की कृषि और अन्य उपयोगिता आवश्यकताओं के लिए उपयोग किया जा सकता है।
यह घटक किसानों को अतिरिक्त आय उत्पन्न करने और अपने कृषि क्षेत्रों को अधिक टिकाऊ बनाने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की पहुंच बढ़ाने और पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करने में भी मदद करेगा। आइए जानते हैं दूसरे घटक के बारे में।
दूसरा घटक: 20 लाख स्टैण्ड-अलोन सौर विद्युत कृषि पंपों की स्थापना की जाती है।
दोस्तों, जानकारी के लिए बता दे की इस घटक के तहत, केंद्र सरकार किसानों को अपने खेतों में 20 लाख स्टैण्ड-अलोन सौर विद्युत कृषि पंप स्थापित करने के लिए सब्सिडी प्रदान करती है। ये पंप डीजल या बिजली से चलने वाले पंपों को सब्स्टिट्यूट किया जाता है, जिससे किसानों को अपनी कृषि लागत में कमी करने में मदद मिलती है।
इस घटक के माध्यम से किसानों को अपनी फसलों को अधिक कुशलता से सिंचाई करने और उत्पादकता बढ़ाने में भी मदद मिलती है। दोस्तों यह अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की पहुंच बढ़ाने और पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करने में भी मदद करता है। जो कि हमारे पर्यावरण के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है।
तीसरा घटक: 15 लाख वर्तमान ग्रिड-संबद्ध कृषि पंपों का सोलराइजेशन।
इस घटक के तहत, केंद्र सरकार किसानों को अपने मौजूदा ग्रिड-संबद्ध कृषि पंपों को सौर पंपों में बदलने के लिए सब्सिडी प्रदान करेगी। यह किसानों को अपनी कृषि लागत में कमी करने और अपनी फसलों को अधिक कुशलता से सिंचित करने में मदद करेगा।
यह घटक ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की पहुंच बढ़ाने और पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करने में भी मदद करेगा।
ये तीन घटक प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाभियान (PM Kusum) योजना के तीन मुख्य स्तंभ हैं। ये घटक किसानों को सौर ऊर्जा से जुड़ने और अपने कृषि क्षेत्रों को अधिक टिकाऊ बनाने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
दोस्तों यह तो थे Pradhan Mantri Kisan Urja Suraksha evam Utthaan Mahabhiyan के 3 घटक, जिसमें किसान इस योजना का लाभ ले सकते हैं और अपने अनुसार आवेदन कर सकते हैं। आइए आप जानते हैं इस योजना के मुख्य महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में।
पीएम कुसुम योजना के लाभ – PM Kusum Benefiits
- दोस्तों इस योजना के माध्यम से किसानों को अपनी कृषि लागत में कमी होती हैं इसमें सौर ऊर्जा का उपयोग करके यंत्रों पर लगने वाला बिजली खर्च कम किया जा सकता है।
- इसके अलावा यदि बात करें खेती में बढ़ोतरी की तो इस योजना के तहत किसानों को अधिक उत्पादकता प्राप्त करने में मदद मिलती है।
- किसान इस योजना का लाभ लेकर सौर ऊर्जा को उत्पन्न कर बिजली को भेज सकता है जिसमें उसके आय में वृद्धि होती हैं।
- सौर ऊर्जा का उपयोग करके सबसे ज्यादा लाभ पर्यावरण को बचाने होता है।
दोस्तों PM Kusum Yojana के इसके अलावा भी बहुत सारे फायदे एवं लाभ हैं, परंतु ऊपर दिए गए मुख्य लाभों को सूचीबद्ध तरीके से हमने आपको बताया है, आइए जानते हैं इस योजना के अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में विस्तार से।
PM Kusum Yojana form pdf – योजना के पीडीएफ फॉर्म
दोस्तों PM Kusum Yojana में कई प्रकार के PDF Form को तैयार किया गया है जिसे अधिकारिक वेबसाइट पर देखा जा सकता है जिसके लिंक नीचे दी गई है।
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PM Kusum Yojana में ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
PM Kusum Yojana FAQs
प्रधानमंत्री कुसुम योजना क्या है?
भारत एक कृषि प्रधान देश है, जिसमें किसानों के लिए कई योजनाओं को शुरू किया गया है जिसमें से एक PM Kusum Yojana है। यह योजना नरेंद्र मोदी द्वारा 2019 फरवरी को शुरू की गई थी, इसमें किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए तीन घटकों में सौर ऊर्जा उत्पादन एवं आय में वृद्धि किया जाता है।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना कब शुरू हुई?
PM Kusum Yojana की शुरुआत 19 फरवरी 2019 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई।
इस योजना में आवेदन कैसे करें?
PM Kusum Yojana में आवेदन करने के लिए आपको इसके आधिकारिक वेबसाइट (https://pmkusum.mnre.gov.in/) पर जाकर आवेदन फॉर्म भरना होगा। आवेदन करने से पूर्व सभी जानकारियों को सावधानीपूर्वक अवश्य पढ़ें।